भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि इस समय भारतीय अर्थव्यवस्था की विशेषता मजबूत और विशाल आर्थिक बुनियादी ढाँचे हैं। मुंबई में फिबैक 2025 सम्मेलन में श्री मल्होत्रा ने कहा कि कोविड के बाद अर्थव्यवस्था में जबरदस्त उछाल आया है और पिछले चार वर्षों में लगभग 8 प्रतिशत की औसत वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि यह चुनौतीपूर्ण वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों के बीच निजी उपभोग और स्थिर निवेश द्वारा मजबूत घरेलू मांग के समर्थन के कारण संभव हुआ है।
नियामक प्रकोष्ठ के बारे में उन्होंने कहा कि यह प्रकोष्ठ 5-7 वर्षों में कम से कम एक बार सभी नियमों की समीक्षा करेगा। उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक ऋण बढ़ाने के उपायों पर विचार कर रहा है और मूल्य स्थिरता और आर्थिक विकास के उद्देश्य से मौद्रिक नीति का संचालन जारी रखेगा।