भारतीय जनता पार्टी की सिक्किम इकाई ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव को पत्र लिखकर विवादास्पद तीस्ता जलविद्युत परियोजना के तीसरे चरण को दी गई मंजूरी का तत्काल पुनर्मूल्यांकन करने का आग्रह किया है।
सिक्किम भाजपा अध्यक्ष डी.आर. थापा ने पत्र में वैज्ञानिक पुनर्मूल्यांकन की कमी और परियोजना से जुड़े संभावित पर्यावरणीय जोखिमों पर चिंता जताई है।
पार्टी ने तीन प्रमुख मांगें रखी हैं, जिसमें सभी लंबित वैज्ञानिक अध्ययनों के पूरा होने तक परियोजना को स्थगित करना, संभावित अत्यधिक बाढ़ का संशोधित मूल्यांकन और निष्कर्षों का स्वतंत्र सत्यापन शामिल हैं। पार्टी ने परियोजना के पर्यावरणीय प्रभाव आकलन को नये सिरे करने से की भी मांग की है।