भगवान केदारनाथ के क्षेत्रपाल भगवान भकुंट भैरवनाथ के कपाट पूजा-अर्चना व यज्ञ-अनुष्ठान के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। केदार सभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी ने बताया कि भगवान भैरवनाथ के कपाट बंद होने के साथ ही बाबा केदार के कपाट बंद होने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
गौरतलब है कि केदारनाथ धाम के कपाट 3 नवंबर को भैया दूज के पर्व पर बंद होंगे। इसी दिन बाबा केदार की चल उत्सव विग्रह डोली धाम से शीतकालीन गद्दीस्थल के लिए प्रस्थान कर रात्रि प्रवास के लिए रामपुर पहुंचेगी।
4 नवंबर को डोली रात्रि प्रवास के लिए रामपुर से विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी पहुंचेगी और 5 नवंबर को शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में छह माह की शीतकालीन पूजा-अर्चना के लिए विराजमान होगी।