भारत से ले जाए गए भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों का एक अंश भूटान की राजधानी थिम्पू के प्रमुख मठ, ताशिछोद्ज़ोंग में स्थापित किया गया है। यह मठ भूटान की सर्वोच्च आध्यात्मिक और राजनीतिक संस्थाओं का केंद्र है। थिम्पू में भारतीय दूतावास के अनुसार, भूटान के प्रधानमंत्री छेरिंग तोबगे, कई मंत्री और केंद्रीय मठ के वरिष्ठ लोपेन, भारत के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री वीरेंद्र कुमार इस समारोह में शामिल हुए।
यह समारोह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंगलवार से शुरू होने वाली दो दिन की भूटान यात्रा से पहले हुआ है। थिम्पू स्थित भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों को पारंपरिक चिपड्रेल शोभायात्रा, प्रार्थनाओं, समारोहों और गार्ड ऑफ ऑनर के साथ ताशिछोद्ज़ोंग के ग्रैंड कुएनरे हॉल में स्थापित किया गया। संस्कृति मंत्रालय ने कहा कि ये अवशेष 8 से 18 नवंबर तक थिम्पू में सार्वजनिक प्रदर्शन के लिए रखे जाएँगे। यह भारत और भूटान के बीच गहरी आध्यात्मिक संपर्क का प्रतीक है। इन अवशेषों को ‘भगवान बुद्ध के पिपरहवा अवशेष’ कहा जाता है। इन्हें नई दिल्ली के राष्ट्रीय संग्रहालय में रखा गया है। ये पवित्र अवशेष दूसरी बार भारत से भूटान भेजे गए हैं।