भगवान बलराम की जंयती को आज छत्तीसगढ़ में किसान दिवस के रूप में मनाया गया। रायपुर के इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित किसान दिवस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय शामिल हुए। उन्होंने भगवान बलराम और हल की पूजा-अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान राज्य स्तरीय समारोह में मुख्यमंत्री ने “जैविक खेती“ पर आधारित नवाचारों को देखा और स्टालों का अवलोकन भी किया।
समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गौ-आधारित प्राकृतिक खेती किसानों के लिए खुशहाली और समृद्धि का रास्ता खोलेगी। जैविक खेती से जुड़कर धान के कटोरे के किसान समृद्ध होंगे। उन्होंने इस मौके पर भगवान बलराम की जयंती को हर वर्ष किसान दिवस के रूप मनाने का आह्वान किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने गौ-आधारित जैविक और प्राकृतिक खेती करने वाले तथा इस क्षेत्र में किसानों को प्रेरित करने वाले उत्कृष्ट किसानों को सम्मानित किया।
समारोह को अखिल भारतीय किसान संघ के दिनेश कुलकर्णी, कृषि मंत्री रामविचार नेताम और सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने भी संबोधित किया। किसान दिवस पर ‘‘प्राकृतिक एवं गौ आधारित कृषि’’ विषय पर एक दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला भी आयोजित की गई। इस कार्यशाला में छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों से आए दो हजार से अधिक किसान शामिल हुए। इसी तरह, प्रदेश के विभिन्न जिलों में संचालित सत्ताईस कृषि विज्ञान केन्द्रों में भी आज बलराम जयंती पर किसान दिवस का आयोजन किया गया।