ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने दूषित रक्त से लगभग 30 हजार लोगों के संक्रमित होने और इस समस्या का समाधान निकालने में विफलता पर क्षमा याचना की है। कल ब्रिटेन की संसद के निचले सदन ‘हाउस ऑफ कॉमन्स’ में श्री सुनक ने इस घटना को देश के लिए शर्मिंदगी का दिन बताया।
इस संबंध में सर ब्रायन लैंगस्टाफ की जांच-रिपोर्ट प्रकाशित हुई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्रिटेन में दूषित रक्त से तीन हजार से अधिक लोगों की मृत्यु हुई है और यह पिछली सरकारों तथा डॉक्टरों की विफलता के कारण हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक, 1970 और 1990 के बीच संक्रमित खून चढ़ाने के कारण हीमोफिलिया और रक्त संबंधी अन्य विकारों से जूझ रहे हजारों रोगी एचआईवी और हेपेटाइटिस से संक्रमित हो गए।
प्रधानमंत्री सुनक ने कहा है कि पीड़ितों को मुआवजा देने के लिए आज एक योजना सार्वजनिक की जाएगी।