केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने कहा है कि बैंकों की स्थिति सीधे तौर पर समग्र अर्थव्यवस्था और घरों की वित्तीय स्थिरता को प्रभावित करती है। मुंबई में एक कार्यक्रम में वित्त मंत्री ने कहा कि बैंकों को जोखिम कम करते हुए लाभ कमाने के लिए ऋण देने में सावधानी बरतनी चाहिए। उन्होंने अधिकतम और न्यूनतम दोनों तरह के ऋण के खिलाफ सचेत करते हुए कहा कि ज्यादा ऋण देने से परिसंपत्ति गुणवत्ता पर दबाव पड़ सकता है और कम ऋण देने से लोगों के लाभ और आर्थिक विकास में बाधा आ सकती है।
वित्त मंत्री ने बैंकों से उन्नत तकनीक अपनाने और साइबर सुरक्षा के लिए पेशेवरों पर अधिक खर्च करने का आग्रह किया, जो साइबर खतरों से सुरक्षा के लिए आवश्यक है।
श्रीमती सीतारामन ने विश्व स्तरीय प्रदर्शन और बढ़ी हुई पारदर्शिता के लिए भारतीय वित्तीय क्षेत्र के नियामकों की सराहना करते हुए रचनात्मक आलोचना के महत्व को स्वीकार किया। उन्होंने बैंकों और वित्तीय संस्थानों को योग्य युवाओं को इंटर्नशिप प्रदान करके प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना में शामिल होने के लिए भी प्रोत्साहित किया।