बिहार विधानसभा चुनाव में मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए विपक्ष और सत्तारूढ़ गठबंधन कई तरह के वादे कर रहे हैं। महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी प्रसाद यादव ने आज पटना में कहा कि अगर उनकी सरकार सत्ता में आती है, तो पंचायती राज प्रतिनिधियों को 50 लाख रुपये का बीमा कवरेज दिया जाएगा।
उन्होंने यह भी घोषणा की कि मुखिया, सरपंच और अन्य पंचायत प्रतिनिधियों का मानदेय दोगुना कर दिया जाएगा। तेजस्वी यादव ने कहा कि पूर्व पंचायत प्रतिनिधियों के लिए पेंशन योजना शुरू की जाएगी। उन्होंने सार्वजनिक वितरण डीलरों का मानदेय और कमीशन बढ़ाने का वादा किया। उन्होंने नाई, कुम्हार और लोहार जैसे पारंपरिक कामगारों को पाँच साल की अवधि में 5-5 लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने की भी घोषणा की।
इस बीच, भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि केवल एनडीए की डबल इंजन वाली सरकार ही बिहार को विकास के रास्ते पर ले जा सकती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक नए बिहार के निर्माण का सपना देखा है। श्री शाह ने कहा कि एनडीए सरकार का लक्ष्य बिहार को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डिजिटल डेटा का एक प्रमुख केंद्र बनाना है।
उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि एनडीए के पास बिहार के विकास की कार्य योजना है, जिसमें कृषि-आधारित उद्योगों के विकास पर ज़ोर दिया गया है। श्री शाह ने ज़ोर देकर कहा कि बिहार की जनता राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के झूठे वादों में नहीं फँसेगी।