बिहार विधानसभा का मानसून सत्र विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव के उद्घाटन भाषण के साथ शुरू हुआ। इस सत्र में कुल पाँच बैठकें होंगी। सत्र 25 जुलाई को समाप्त होगा। अध्यक्ष ने कहा कि यह 17वीं बिहार विधानसभा का अंतिम सत्र होगा। उन्होंने कहा कि चुनावों में जनता की आस्था सर्वोपरि है और उन्होंने सभी सदस्यों से बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों के आयोजन में सहयोग करने की अपील की।
श्री यादव ने कहा कि विपक्ष और सत्ता पक्ष के सदस्य सदन को शांतिपूर्ण ढंग से चलाने में सहयोग करेंगे। इससे पहले, आज सुबह जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई, तो विपक्षी भाकपा-माले के सदस्यों ने काले कपड़े पहनकर राज्य में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के मुद्दे पर सदन के अंदर विरोध प्रदर्शन किया। एआईएमआईएम सदस्य अख्तरुल ईमान एसआईआर के विरोध में आसन के समक्ष आ गए। विरोध के बीच अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही जारी रखी।
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए लगभग 58 हजार करोड़ रुपये की प्रथम अनुपूरक मांग प्रस्तुत की। सदन में दिवंगत पूर्व सदस्यों को भी श्रद्धांजलि दी गई। श्रद्धांजलि भाषण के बाद अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी। बिहार विधान परिषद में सभापति अवधेश नारायण सिंह ने सभी सदस्यों से जनहित के मुद्दे उठाने और सत्र के दौरान सदन को सुचारू रूप से चलने देने की अपील की।