बिहार में कोसी और गंडक दो प्रमुख बांधों से बड़े पैमाने पर पानी छोड़े जाने के बाद विभिन्न तटबंधों की निगरानी बढ़ा दी गयी है। 13 विभिन्न जिलों में बाढ़- को लेकर हाई अलर्ट जारी किया गया है। दोपहर के समय गंडक बराज और कोसी बराज से पांच –पांच लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया।
नेपाल में जल ग्रहण क्षेत्रों और उत्तर बिहार में लगातार हो रही बारिश के बाद तटबंधों पर दबाव बढ़ गया है और निचले इलाकों में बाढ़ का पानी फैल रहा है।
पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, सारण, गोपालगंज, पटना , सुपौल , सहरसा, मधेपुरा सहित 13 जिलों में बाढ को लेकर अलर्ट जारी किया गया है।
सुपौल के जिलाधिकारी कौशल कुमार ने आकाशवाणी समाचार से बातचीत में कहा कि आज की रात बहुत महत्वपूर्ण है। जिला प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। तटबंधों वाले क्षेत्रों और निचले इलाकों से बड़ी संख्या में लोगों को सुरक्षित ले जाया गया है । जल संसाधन विभाग के इंजीनियर, कर्मचारी और अधिकारी तटबंधों की सुरक्षा को लेकर गश्त कर रहे हैं।
श्री कुमार ने बताया कि कोसी बराज के सभी छप्पन फाटकों को खोल दिया गया है। उन्होंने कहा कि अभियंताओं को तटबंधो में किसी प्रकार का रिसाव होने की सूचना पर त्वरित कार्रवाई करने को कहा गया है।
बाढ़ की चेतावनी को देखते हुए पटना मुख्यालय में जल संसाधन विभाग में एक वार रुम बनाया गया है जो चौबीसों घंटे काम करेगा।