बिहार में बाढ के कारण लगभग 19 लाख प्रभावित हुए हैं । 18 जिलों के 91 प्रखंडों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। बाढ के चलते बड़ी संख्या में लोग विस्थापित हुए हैं। बागमती और अधवारा समूह की नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी से सीतामढ़ी और दरभंगा जिले के कई नए इलाके बाढ की चपेट में आ गये हैं। लखनदेई नदी के जलस्तर में अचानक बढ़ोतरी होने से सीतामढ़ी जिले के बथनाहा, डुमरा और रून्नीसैदपुर प्रखंडों के कई निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं। बड़ी संख्या में बाढ़ से विस्थापित लोग राष्ट्रीय राजमार्ग और उंचे स्थानों पर शरण लिए हुए है। बाढ़ को देखते हुए राहत और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की तैंतीस टीमों को तैनात किया गया है।
गंगा और सोन नदी के जलस्तर में अधिकांश स्थानों पर जलस्तर में तेजी से गिरावट हो रही है। गंगा नदी का जलस्तर दीघाघाट, गांधीघाट और हाथीदह में खतरे के निशान से नीचे आ गया है। सोन नदी का जलस्तर इन्द्रपुरी और कोइलवर में स्थिर बना हुआ है। वहीं, पुनपुन नदी का जलस्तर भी श्रीपालपुर, गौरीचक और पुनपुन रेलपुल के पास खतरे के निशान से नीचे आई है। उत्तर बिहार में बागमती, कमला और अधवारा समूह की नदियों के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है। केन्द्रीय जल आयोग से प्राप्त जानकारी के अनुसार कोसी और गंडक नदी के जलस्तर में कमी आ रही है।