बिहार में नई सरकार के गठन को लेकर एनडीए के प्रमुख घटक दलों भाजपा और जदयू के बीच निर्णायक बातचीत जारी है। दोनों प्रमुख दलों के बीच विधानसभा अध्यक्ष पद और मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व जैसे मुद्दों पर चर्चा हो रही है।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और गृह मंत्री अमित शाह के कल पटना पहुंचने और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ चर्चा करने की संभावना है। इसके बाद मंत्रियों की सूची और कुछ अन्य प्रमुख मुद्दों पर अंतिम निर्णय होने की उम्मीद है।
एनडीए विधायक दल की बैठक भी कल निर्धारित है। इस बैठक में नीतीश कुमार को एनडीए गठबंधन का नेता चुने जाने की संभावना है। एनडीए के पांच दलों – भाजपा, जनता दल (यूनाइटेड), लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के सभी 202 नवनिर्वाचित विधायक इस बैठक में शामिल होंगे और गठबंधन का नेता चुनेंगे।
इससे पहले, भाजपा और जदयू विधायक अपने-अपने नेताओं के चुनाव के लिए अलग-अलग बैठकें करेंगे। भाजपा संसदीय बोर्ड ने उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को भाजपा विधायक दल के नेता के चुनाव के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति को सह-पर्यवेक्षक बनाया गया है।
बिहार में नई एनडीए सरकार के गठन से पहले कल का दिन काफी महत्वपूर्ण है। मौजूदा 17वीं बिहार विधानसभा कल भंग हो जाएगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपेंगे और नई सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।
इस बीच, बृहस्पतिवार को पटना के गांधी मैदान में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के मुख्य सचिव और अन्य अधिकारियों के साथ गांधी मैदान का दौरा कर तैयारियों का जायजा लिया। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एनडीए शासित कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों के शामिल होने की उम्मीद है।