बिहार में लोकसभा चुनाव के तीसरे और चौथे चरण के लिए प्रचार जोरशोर से चल रहा है। सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के स्टार प्रचारक, एनडीए और महागठबंधन के वरिष्ठ नेता रैलियां कर रहे हैं।
जनता दल यूनाइटेड अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय जनता दल-आरजेडी पर आरोप लगाया कि पार्टी परिवारवाद की राजनीति को बढ़ावा दे रही है। मधेपुरा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के नौहट्टा में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए श्री कुमार ने कहा कि आरजेडी प्रमुख ने राज्य के लोगों के हितों की कीमत पर केवल अपने परिवार को बढ़ावा दिया है। उन्होंने मधेपुरा में रोड शो किया और झंझारपुर लोकसभा क्षेत्र के बाबूबरही में सार्वजनिक बैठक को संबोधित किया।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने पश्चिमी चंपारण लोकसभा क्षेत्र के बेतिया में एक जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि रोजगार की फुल प्रूफ गारंटी सिर्फ एनडीए सरकार ही दे सकती है। उन्होंने कहा कि दस लाख लोगों को नौकरी देने की प्रतिबद्धता 2025 तक पूरी हो जायेगी।
श्री चौधरी ने कहा कि आरजेडी-कांग्रेस शासनकाल में बिहार में रोजगार के अवसर नहीं थे। लोक जन शक्ति पार्टी (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान ने भी चुनावी रैली को संबोधित किया।
महागठबंधन के लिए आरजेडी नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने सीतामढ़ी, मधुबनी और मुजफ्फरपुर में कई जनसभाएं कीं।
मधुबनी के रहिका में एक जनसभा को संबोधित करते हुए श्री यादव ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश से झूठे वादे कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले दस वर्षों में प्रधानमंत्री ने बिहार के विकास के लिए काम नहीं किया है, जबकि राज्य ने लोकसभा की चालीस सीटों में से एनडीए के 39 सांसद हैं।
श्री यादव ने कहा कि महंगाई, बेरोजगारी की समस्या पर अब भी ध्यान नहीं दिया गया है और लोगों का राज्य से पलायन बढ़ गया है, लेकिन एनडीए सरकार ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया है। विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) प्रमुख मुकेश सहनी ने भी जनसभा को संबोधित किया।