बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आज राज्य मंत्रिमंडल को भंग करने की सिफारिश की गई। वर्तमान सरकार की अंतिम मंत्रिमंडल बैठक के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यपाल आरिफ मोहम्मद ख़ान को मंत्रिमंडल भंग करने संबंधी एक पत्र सौंपा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनता दल यूनाइटेड -जेडीयू विधायक दल की बैठक में शामिल होंगे। विधायक दल की बैठक में उन्हें सर्वसम्मति से जेडीयू विधायक दल का नेता चुने जाने की संभावना है। बिहार में नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 20 नवंबर को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में होगा।
इस बीच, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल ने बताया कि कल भाजपा के नवनिर्वाचित 89 विधायकों की बैठक पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में होगी। इस बैठक में भाजपा विधायक दल का नेता चुना जाएगा। डॉ. जायसवाल ने बताया कि इसके बाद एनडीए के पांचों घटक दलों की संयुक्त बैठक होगी।
विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा, जेडीयू, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा और आर.एल.एम. के कुल 202 सदस्य चुने गए हैं।
गठबंधन ने तीन-चौथाई से अधिक बहुमत हासिल किया है। इस बीच हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि बिहार में 20 नवंबर नई सरकार का गठन होगा। श्री मांझी ने कहा कि दोनों प्रमुख दलों, भाजपा और जेडीयू के अन्य सदस्यों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा से 16, जेडीयू से 14 से 15 और लोजपा (रामविलास) से तीन सदस्यों को मंत्रिपरिषद में शामिल किए जाने की संभावना है। श्री मांझी ने बताया कि हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा और राष्ट्रीय लोक मोर्चा से भी एक-एक सदस्य को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।