अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों का 25वां सम्मेलन-ए.आई.पी.ओ.सी. कल पटना में शुरू होगा। दो दिन के इस सम्मेलन का उद्धाटन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला करेंगे। उद्धघाटन कार्यक्रम का आयोजन बिहार विधानमंडल के केन्द्रीय कक्ष में किया जाएगा जबकि लोकसभा अध्यक्ष की अध्यक्षता में पूर्ण सत्र का आयोजन बिहार विधानसभा में होगा।
43 वर्षों के अंतराल के बाद बिहार इस कार्यक्रम की मेज़बानी कर रहा है। आकाशवाणी से बातचीत में बिहार विधानसभा के अध्यक्ष नन्द किशोर यादव ने कहा कि इस कार्यक्रम में देश के विभिन्न हिस्सों के विधानसभा के पीठासीन अधिकारी शामिल होंगे। वे संविधान की 75वीं वर्षगांठ के परिदृश्य में संवैधानिक मूल्यों को सशक्त बनाने में संसद और राज्य विधानसभा निकायों के योगदान विषय पर विचार-विमर्श करेंगे। श्री यादव ने बताया कि इस बैठक से पहले विधानसभा सचिवों का 61वां सम्मेलन आज शाम पटना में आयोजित किया जाएगा।
बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और लोकसभा अध्यक्ष 21 जनवरी को समापन सत्र को सम्बोधित करेंगे। इस कार्यक्रम में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश और विधान सभाओं के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष तथा कई विधायी निकायों के सभापति और उपसभापति शामिल होंगे।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला संसदीय कार्य व्यवहार और प्रक्रिया पुस्तक के आठवें संस्करण का लोकार्पण करेंगे। कार्यक्रम के अंतिम दिन श्री बिरला बिहार विधानमंडल परिसर में नव-निर्मित नेवा सेवा केन्द्र का उद्घाटन करेंगे। नेवा नया ई-विधान का पूर्ण स्वरूप है। यह विधानसभा निकायों की कार्यवाही का संचालन करने संबंधी एक डिजिटल प्रणाली है।