बिहार का नवादा संसदीय-क्षेत्र बेहद संवेदनशील और राजनीतिक उथल-पुथल वाले लोकसभा क्षेत्रों में से एक है। नवादा संसदीय-सीट के रिकॉर्ड पर नजर डालें, तो 1989 के बाद से यहाँ से कोई भी मौजूदा सांसद दोबारा नहीं चुना गया।
19 अप्रैल को नवादा और तीन अन्य सीटों जमुई, औरंगाबाद और गया में मतदान होगा।