मोबाइल ऐप्प
डाउनलोड करें

android apple
signal

अगस्त 5, 2024 5:36 अपराह्न

printer

बाशिंग क्षेत्र को बरसात के दौरान बार बार हो रहे नुक़सान से बचाया जाएः दिनेश सेन

फोरलेन संघर्ष समिति कुल्लू के अध्यक्ष दिनेश ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि कुल्लू शहर के साथ सटे बाशिंग क्षेत्र को बरसात के दौरान बार बार हो रहे नुसान से बचाया जाए क्योंकि इसके साथ लगता मनाली की और जा रहा राष्ट्रीय राजमार्ग बार -बार टूटता है। उन्होंने कहा कि फल सीजन भी है और वैष्णो माता के नजदीक 1995 में भी काफी दिन बंद रहा था।

 

उन्होंने मांग की कि ब्यास नदी में ड्रेजिंग का काम सही ढंग से किया जाए ताकि आसपास की संपत्ति को बचाया जा सके। इसके अलावा जो खतरनाक स्पॉट है वहां हरा समय मशीनरी रखी जाए ताकि रास्ता बंद होने की स्थिति में उसे तुरंत खोला जा सके। वे आज कुल्लू में एक पत्रकार वार्ता को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस इलाके में स्थान पुलिस लाइन, सार्वजनिक मैदान, जल शक्ति विभाग का परिसर, भारतीय खाद्य निगम का गोदाम, परिवहन निगम का क्षेत्रीय कार्यालय और कार्यशाला, एल.पी.जी. गैस प्लांट, राफ्टिंग एंड पॉइंट है। इसके साथ-साथ भविष्य में करोड़ों की लागत से बनने वाले जल शक्ति विभाग का विश्राम गृह, पंचायती राज विभाग का प्रशिक्षण केंद्र तथा सीवरेज प्लांट बनना प्रस्तावित हैं। इस अवसर पर उनके साथ कुल्लू फलोत्पादक मंडल के पदाधिकारी भी मौजूद थे।

 

उन्होंने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण है कि आम जनता की रोजमर्रा की आवश्यकताएँ, कृषि उपज और अन्य अनेक प्रकार की जरूरतों  के लिए विशेष कर सामरिक दृष्टि से यह राष्ट्रीय उच्च मार्ग 3 अति महत्वपूर्ण है और इसको खतरा पैदा हो चुका है। इसके आगे पीछे यातायात के लिए और भी वैकल्पिक प्रबंध है किन्तु यहां पर यह सामने का जो वामतट का क्षेत्र है जिसे छरुड़ू कहते हैं यहां पर जो वैकल्पिक व्यवस्था है, वह हमेशा खतरे की जद में हैं, क्योंकि यहां पर जो सड़क है, यह सारी कच्ची है और ऊपर से जो हवाई नाला जिसे कहते है उसमें बड़ी भारी मात्रा में पानी आता है, जिसमें सड़क की कोई गारंटी नहीं है। अगर यह सड़क लेफ्ट बैंक की बह जाती है तो लेफ्ट बैंक से भी लेह लद्दाख तक के लिए कोई सुविधा नहीं है और इसके लिए एक मात्र विकल्प यही रोड़ रह जाता है। किन्तु वैष्णो माता के निकट यह रोड़ जो है उसे भी बाढ़ के कारण बार-बार हानि पहुँच रही है और अभी भी यह क्षतिग्रस्त हुआ है, इसको बचाया जाना बहुत जरुरी है।

 

इसके लिए अति आवश्यक है कि यह जो 6 करोड़ की राशि स्वीकृत हुई है इसको प्राथमिकता के आधार पर यहां अच्छी तरह से उपयोग किया जाए । इसके पुरे क्षेत्र पुलिस लाइन से लेकर वैष्णो माता मंदिर के साथ आगे रामाबाई नाला तक इसकी सुरक्षा व्यवस्था होना बहुत जरूरी है, क्योंकि यह किसी एक गांव की समस्या नहीं है, यह रामशिला से लेकर मनाली तक जो पर्यटन है और अन्य लोकल जरूरतें है उसके साथ-साथ यह सामरिक दृष्टि से जो लेह लद्दाख का रोड़ है इसके लिए इसकी सुरक्षा का होना अति आवश्यक है और इस हेतु यह 6 करोड़ की राशि अपर्याप्त है यहां इसके लिए और अधिक धनराशि स्वीकृत होनी चाहिए।

 

अभी सर्दियों में नदी का पानी कम होगा तो नदी को चैनेलाइज किया जायेगा इसको बहुत अधिक गहरा करने की जरूरत है और यह स्थानीय शमशान घाट पुलिस लाइन से लेकर वैष्णो माता मंदिर तक काफी गहरा किया जाए ताकि इसके दोनों किनारों को बचाया जाये। विशेष कर राष्ट्रीय उच्च मार्ग तीन को बचाया जाना बहुत ही जरूरी है वैसे तो यह पूरी घाटी में नदियों का तटीयकरण युद्ध स्तर पर किया जाए, लेकिन अगर इस क्षेत्र में यह सड़क बाढ़ के कारण  टूट गई या बह गई तो यहाँ कोई भी दूसरा विकल्प पूरे क्षेत्र के लिए अप्पर वैली के लिए लेह लद्दाख तक नहीं हैं।

 

इसके साथ ही जो कुल्लू से मनाली तक रेड स्पॉट हैं उसमे हर वक़्त मशीनरी व लेवर तैनात रखी जाये और जो ये बड़े-बड़े वाहनों व मशीनों द्वारा खनन किया जा रहा हैं इस पर भी सख्ती की जाए तथा फल सीजन को देखते हुए पुरे क्षेत्र के सम्पर्क मार्गों को भी बहाल रखा जाएँ ।

सर्वाधिक पठित

सम्पूर्ण जानकारी

कोई पोस्ट नहीं मिला