बांग्लादेश की राजधानी ढाका के विभिन्न इलाकों में बम विस्फोटों, गोलीबारी और आगजनी की कई घटनाओं हुई। इससे अगले सप्ताह होने वाले राजनीतिक प्रदर्शनों से पहले सुरक्षा संबंधी गंभीर चिंताएँ पैदा हो गई हैं।पुलिस और स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार अज्ञात बदमाशों ने कल देर रात मोतीझील, पलटन और मीरपुर सहित कई इलाकों में छोटे-छोटे देसी बम विस्फोट किए, जबकि शहर के कुछ हिस्सों में छिटपुट गोलीबारी की भी खबरें आईं। कई वाहनों और सड़क किनारे की दुकानों में आग लगा दी गई, जिसके बाद पुलिस और अग्निशमन कर्मियों को तत्काल कार्रवाई करनी पड़ी।
कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने इन घटनाओं को “तोड़फोड़ की कार्रवाई” बताया है जिसका उद्देश्य प्रतिबंधित अवामी लीग द्वारा 13 नवंबर को घोषित ‘ढाका लॉकडाउन’ कार्यक्रम से पहले दहशत फैलाना था। अभी तक आधिकारिक तौर पर किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राजधानी में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और सभी प्रमुख प्रवेश और निकास बिंदुओं पर चौकियाँ स्थापित की गई हैं। उन्होंने कहा कि प्रतिबंधित अवामी लीग द्वारा 13 नवंबर को घोषित ‘ढाका लॉकडाउन’ कार्यक्रम से पहले और अशांति की आशंका के चलते कानून प्रवर्तन एजेंसियाँ हाई अलर्ट पर हैं।
बांग्लादेश के गृह मंत्रालय ने पुलिस, अर्धसैनिक और खुफिया एजेंसियों को निगरानी बढ़ाने और जन सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। एक बयान में मंत्रालय ने नागरिकों से शांत रहने और अधिकारियों के साथ सहयोग करने का आग्रह किया। इस बीच, ढाका में राजनीतिक पर्यवेक्षकों का कहना है कि ताज़ा घटनाओं ने पहले से ही तनावपूर्ण माहौल को और बढ़ा दिया है। अंतरिम सरकार ने हिंसा भड़काने या व्यवस्था भंग करने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।