बांग्लादेश के अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकार में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना और पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमान खान को अपराधों के लिए मौत की सजा सुनाई गई है।
मोहम्मद गुलाम मुर्तुजा मोजुमदार के नेतृत्व में तीन सदस्य पीठ ने 453 पेज के फैसले को पढ़ा, जिसमें हसीना को जुलाई-अगस्त 2024 के विद्रोह में छात्र समर्थकों पर घातक कार्रवाई कर उन्हें उकसाने, अपराधिक साजिश रचने और विद्रोह को रोकने में असफल रहने सहित कई मामलों में दोषी करार दिया गया।
मौजूदा निर्वासन में रह रही 78 साल की हसीना ने फैसले की निंदा की है। कार्यवाही को “धांधली” और “राजनीति से प्रेरित” की व्याख्या करते हुए उन्होंने कहा कि यह निर्णय “बिना किसी डेमोक्रेटिक सरकार द्वारा एक पूर्व निष्कर्ष पर निकाला गया था”। श्रीमती हसीना ने कहा कि छात्रों के विरोध प्रदर्शन से जुड़े आरोप उन्हें राजनीति से हटाने के लिए गढ़े गए थे।