बांग्लादेश को उम्मीद है कि भारत के साथ सभी “अनसुलझे मुद्दों” का जल्द से जल्द समाधान हो जाएगा। कल ढाका में भारत के साथ एकदिवसीय विदेश कार्यालय परामर्श (एफओसी) के बाद, बांग्लादेश के विदेश सचिव जशीम उद्दीन ने इस बारे में भारत के साथ मिलकर काम करने की इच्छा जताई। उन्होंने भारत के साथ बांग्लादेश के ऐतिहासिक संबंधों का स्मरण कराते हुए कहा कि दोनों पक्षों ने इन संबंधों को “स्वतंत्र और स्पष्ट” चर्चा में आगे बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की। उन्होंने कहा कि बैठक के दौरान भारत ने बांग्लादेश के साथ रचनात्मक संबंधों को आगे बढ़ाने में रुचि व्यक्त की। परन्तु, भारत ने अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा और “सांस्कृतिक, धार्मिक और राजनयिक संपत्तियों पर हमलों” के बारे में चिंता जताई। जशीम उद्दीन ने कहा कि भारत बांग्लादेश के सबसे बड़े व्यापार भागीदारों में से एक है और उन्होंने मौजूदा शुल्क और गैर-शुल्क बाधाओं को हटाने पर जोर दिया। उन्होंने भारत से आवश्यक वस्तुओं की निर्बाध आपूर्ति का भी अनुरोध किया। बांग्लादेश की समाचार एजेंसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, विदेश कार्यालय परामर्श के दौरान नदी जल विवादों पर विस्तार से चर्चा की गई, जब बांग्लादेश ने गंगा जल संधि के नवीनीकरण के साथ-साथ तीस्ता जल बंटवारे के समझौते पर हस्ताक्षर करने पर जोर दिया, जो 2026 में समाप्त हो जाएगी। बांग्लादेश ने अन्य आम नदियों पर संधियों को अंतिम रूप देने की भी मांग की और बाढ़ चेतावनी डेटा और बाढ़ प्रबंधन को साझा करने में भारत के सहयोग की अपेक्षा की।
Site Admin | दिसम्बर 10, 2024 12:04 अपराह्न
‘बांग्लादेश को भारत के साथ सभी “अनसुलझे मुद्दों” के जल्द से जल्द समाधान की उम्मीद’