बांग्लादेश में इस्कॉन पुंडरीक धाम के चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी के भक्तों और अनुयायियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया और ध्वनि ग्रेनेड दागे। यह अपने नेता की रिहाई की मांग को लेकर चटगांव मजिस्ट्रेट कोर्ट के परिसर में एकत्र हुए थे।
इससे पहले मंगलवार को चटगांव मेट्रोपॉलिटन कोर्ट ने बांग्लादेश सम्मिलिता सनातनी जागरण मंच के प्रवक्ता चिन्मय प्रभु की जमानत याचिका खारिज करने के बाद उन्हें जेल भेजने का आदेश पारित किया था। उन्हें सोमवार को ढाका पुलिस ने ढाका हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया, जब वे चटगांव के लिए उड़ान पकड़ने के लिए वहां पहुंचे थे।
सोमवार को उनकी गिरफ्तारी के बाद, हिंदू समुदाय के हजारों पुरुषों और महिलाओं ने चटगांव के चेरागी पहाड़ इलाके में विरोध मार्च निकाला तथा कई शहरों में हिंदू समुदाय के सदस्यों ने चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी की गिरफ्तारी के विरोध में रैलियां निकालीं और उन्हें तुरंत रिहा करने की मांग की। ढाका में कुछ असमाजिक तत्वों ने शाहबाग जंक्शन पहुंचते ही रैली में शामिल हिंदू समुदाय के सदस्यों पर हमला कर दिया, जिसमें दो लोग घायल हो गए।
इससे पहले 30 अक्टूबर को चिन्मय प्रभु और 18 अन्य के खिलाफ चटगांव के कोतवाली पुलिस स्टेशन में 25 अक्टूबर को चटगांव के लालदिघी मैदान में एक सार्वजनिक रैली के दौरान बांग्लादेश के आधिकारिक ध्वज के ऊपर भगवा झंडा फहराने के आरोप में देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया था।
25 अक्टूबर को चटगांव में और 22 नवंबर को उत्तर बांग्लादेश के रंगपुर में हिंदू समुदाय की विशाल सार्वजनिक रैलियों के बाद चिन्मय प्रभु ने बांग्लादेश के सामाजिक-राजनीतिक हलकों में सनसनी मचा दी है।