छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि बस्तर संभाग में नक्सली समस्या को नियंत्रित करने के लिए स्थापित किए गए सुरक्षा कैंप की छवि, लोगों में सुविधा कैम्प के रूप में होनी चाहिए। आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये कलेक्टर-एसपी कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने लोगों को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए नियद नेल्लानार योजना शुरू की है। श्री साय ने पुलिस अधीक्षकों से कहा कि अपराधियों में पुलिस का खौफ दिखना चाहिए।
वहीं, मुख्यमंत्री ने योजनाओं को लेकर भी सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। किसी भी जिले में भ्रष्टाचार की शिकायत मिली तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य और केन्द्र सरकार की सभी योजनाओं को प्रदेश के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने की जरूरत है। कलेक्टर इस बात का ध्यान रखें कि इसमें किसी प्रकार की कोताही न हो और पूरी पारदर्शिता के साथ योजनाएं लोगों तक पहुंचे। नागरिकों का काम समय-सीमा के भीतर होना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि डीएमएफ फंड की राशि का पहले काफी दुरूपयोग हुआ है। अब अगर ऐसा हुआ तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री आवास योजना के क्रियान्वयन में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कलेक्टरों को राजस्व प्रकरणों का प्राथमिकता के साथ निराकरण करने को कहा। साथ ही तेंदूपत्ता संग्राहकों को समय पर पारिश्रमिक का भुगतान करने और उनके लिए चलाई जा रही योजनाओं का लाभ पहुंचाने के निर्देश भी दिए।