बलूचिस्तान मानवाधिकार परिषद (एचआरसीबी) ने पाकिस्तानी सुरक्षा बलों द्वारा बलूच महिलाओं के जबरन गुमशुदगी पर चिंता जताई है। 2025 में ऐसे नौ मामले दर्ज किए गए, जिनमें छात्राएं, स्वास्थ्यकर्मी, गृहिणी शामिल थीं जिनमें कुछ महिलाओं को हिरासत में यातना दी गई या उनकी हत्या कर दी गई।
एचआरसीबी ने कहा है कि इसमें आतंकवाद विरोधी विभाग, सीमा कोर और सैन्य खुफिया जैसी एजेंसियां शामिल हैं।