बमसन परियोजना को लेकर भाजपा विधायक़ द्वारा लगाए गए आरोपों का सिलसिले वार जवाब विधानसभा के भीतर तथ्यों के साथ जवाब दिया जाएगा। यह बात ऊना में जारी ब्यान में उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने भाजपा विधायक विक्रम ठाकुर द्वारा लगाए गए आरोपो के जवाब में कही।उन्होंने कहा कि टेंडर घोटाले भाजपा के कार्यकाल में होते थे,कांग्रेस शासन में पारदर्शिता से काम हो रहा है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन में यह बात सामने आई कि बजट से अधिक में भाजपा शासन में टेंडर किए गए है, जिस पर विभाग को निर्देश जारी किए गए थे कि जो बजट स्वीकृत है उसी के तहत टेंडर किये जायें ओर पारदर्शिता रखी जाए, भाजपा शासन में ही टेंडरों में हस्तक्षेप होता था, अब किसी प्रकार का कोई हस्तक्षेप नही किया जाता है। फॉरेन फडिंग की योजना में ही भाजपा ने राशि 70 करोड़ बढ़ा दी थी।
उन्होंने कहा कि जिस बमसन योजना का जिक्र विधायक कर रहे हैं। उसका कार्य आवंटन पूर्व भाजपा की जयराम सरकार में किया गया था। जयराम सरकार के कार्यकाल में यह योजना 201 करोड़ रुपए में अवार्ड की गई।जबकि बजट का प्रावधान सिर्फ 131 करोड़ का ही था। भाजपा के विधायक तो यह बताएं की 70 करोड़ कहां से आना था। मुकेश ने कहा कि योजना के लिए केवल मात्र 131 करोड रुपए बजट था, लेकिन यह योजना भाजपा के समय में 70 करोड रुपए अधिक अधिक राशि में आबंटित कर दी गई थी। उन्होंने कहा कि इसके लिए बजट ही 131 करोड़ रुपए का तय था तथा फॉरन फंडिड इस योजना को 131 करोड़ रुपए की जगह 201 करोड़ रुपए में आवंटित करना स्वयं में सवाल खड़े करता है।
अब हर नियम का पालन करते हुए 124 करोड़ में आवंटित की गई है। उन्होंने कहा कि भाजपा के विधायक यह बताएं 201 करोड़ में घोटाला होना था कि 76 करोड़ जो कम में दी योजना उसमें घोटाला होना है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि इस योजना में जब पानी का सोर्स नजदीक उपलब्ध था तो दूर से पानी लाने का सवाल ही पैदा नहीं होता, उन्होंने कहा की भाजपा सरकार में जिस प्रकार से पानी को दूर से लाने का प्रयास हुआ उसे पर भी कई सवाल खड़े होते हैं कि आखिर ऐसा क्यों प्रस्तावित किया गया।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि जहां तक सीवरेज योजनाओं का मसला है, उन्होंने कहा कि यह फॉरेन फंड की यह योजनाएं हैं और भाजपा की सरकार के समय जिन नियमों के तहत टेंडर किए जाते थे उसी नियमों के तहत यह टेंडर किए गए हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की अनियमिता नहीं हुई है, ना ही अनियमिता होने दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि उनका विभाग पूरी पारदर्शिता व नियमों के अनुसार काम कर रहा है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि विभाग पारदर्शिता से काम करने में यकीन करता है किसी प्रकार का दखल नहीं किया जाता है ।उन्होंने कहा कि इसके बावजूद किसी भी योजना में कोई अनियमित की शिकायत हो तो उसे पर पुनर्विचार करने के लिए विभाग हर समय तैयार रहता है।