दिसम्बर 29, 2025 7:44 पूर्वाह्न

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बंगलादेश अल्पसंख्यक मानवाधिकार कांग्रेस ने कहा कि जून से दिसंबर के बीच बंगलादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं के खिलाफ ईशनिंदा आरोपों की 71 घटनाएं सामने आईं

बंगलादेश अल्पसंख्यक मानवाधिकार कांग्रेस ने कहा कि इस वर्ष जून से दिसंबर के बीच बंगलादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं के खिलाफ ईशनिंदा आरोपों की 71 घटनाएं सामने आईं। मानवाधिकार संगठन ने चांदपुर, चट्टोग्राम, दिनाजपुर, लालमोनिरहाट, सुनामगंज, खुलना, कोमिला, गाजीपुर, तंगेल और सिलहट सहित 30 से ज़्यादा जिलों में ऐसे मामले दर्ज किये गये।

 

रिपोर्ट में कहा गया है कि 71 अलग-अलग घटनाओं में गिरफ्तारी और एफआईआर, भीड़ द्वारा पीटे जाने, हिंदुओं के घरों में तोड़फोड़, शैक्षणिक संस्थानों से निलंबन और निष्कासन, और भीड़ के हमलों से हुई मौतें शामिल हैं। रिपोर्ट के अनुसार, बंगलादेश में ईशनिंदा के आरोपों पर अक्सर पुलिस कार्रवाई, भीड़ की हिंसा और सजा होती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि नामजद आरोपियों में 15 से 17 साल के नाबालिगों सहित 90% से ज़्यादा हिंदु हैं। कई मामले फेसबुक पोस्ट से जुड़े हैं। अन्य घटनाएं बिना फोरेंसिक सत्यापन के मौखिक आरोपों पर आधारित हैं।

 

साइबर सुरक्षा अधिनियम के तहत, खासकर छात्रों के खिलाफ, कई शिकायतें दर्ज की गईं। इन छात्रों को ईश निंदा के आरोपों के बाद निलंबन, निष्कासन या पुलिस कार्रवाई का सामना करना पड़ा। 18 दिसंबर को, भालुका में ईशनिंदा के आरोप पर भीड़ ने दीपू चंद्र दास को पीट-पीटकर मार डाला था और उसके शव को आग लगा दी थी।