फ्रांस के मेयोट द्वीप पर हिंद महासागर में आए तूफान चिडो से बडे पैमाने पर हुई तबाही के बीच सैकड़ों लोगों के मारे जाने की आशंका है। अभी तक वहां बीस लोगों की मृत्यु की पुष्टि की गई है लेकिन स्थानीय प्रशासन का कहना है कि मृतकों की संख्या सैकड़ों या हजारों में हो सकती है। प्रशासन ने इस सिलसिले में चेतावनी भी जारी की है।
शनिवार को इस क्षेत्र में आए भीषण तूफान के कारण 225 किलोमीटर प्रति घंटे तक की गति से हवाएं चली। माना जा रहा है कि इस द्वीप पर 90 वर्षों में यह सबसे भयानक तूफान आया है। इस कारण समुद्र में आठ मीटर तक ऊंची लहरें उठीं।
मेडागास्कर और मोजांबिक तट के पास स्थित इस द्वीप पर तूफान आने के बाद से बिजली गुल है और राहत सहायता की मांग की जा रही है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा है कि वे तूफान से हुए नुकसान को देखते हुए राष्ट्रीय शोक घोषित करेंगे।
बेहतर जीवन स्तर और फ्रांस की कल्याणकारी व्यवस्था के कारण कोमोरोस और सोमालिया जैसे पड़ोसी देशों के लोगों के लिए यह आकर्षण का बड़ा केंद्र रहा है।