फ्रांसबीन फसल से इस वर्ष जुन्गा क्षेत्र में अच्छे दाम मिलने से किसानों के चेहरे पर रौनक आ गई है। बता दें जुन्गा क्षेत्र में सोलन की तर्ज पर फ्रांसबीन, टमाटर, लसुहन, शिमला मिर्च इत्यादि नकदी फसलों की भारी मात्रा में पैदावार की जाती है, जिससे किसानों की आर्थिकी में क्रंातिकारी परिवर्तन देखने को मिल रहा है।
गौर रहे कि इस बार प्रदेश की सबसे बड़ी सब्जी मंडी सोलन और ढली में फ्रांसबीन के अधिकतम दाम 120 रूपये प्रति किलोग्राम रहे । सूखा पड़ने की वजह से इन दिनों फ्रांसबीन 50 रूपये से 60 रूपये प्रति किलोग्राम बिक रही है अर्थात फ्रांसबीन के दामों में गिरावट आने से किसानों की उमीद पर पानी फिर गया है। हालांकि भारी गर्मी पड़ने से फ्रांसबीन की फसल सूखने के कागार पर आ गई है जिससे फ्रांसबीन की फलियां छोटी हो गई । अधिकांश किसानों ने अपनी पानी की लिफ्टें लगाकर नकदी फसलों का उत्पादन किया जा रहा है।
बता दें कि जुन्गा के साथ सीमा पर लगते सोलन व जिला सिरमौर के अनेक क्षेत्रों में फ्रांसबीन की अच्छी पैदावार होती है। प्रगतिशील किसान प्रीतम ठाकुर ने बताया कि फ्रांसबीन की किस्म दो प्रकार की होती है, जिसमें पहली प्रकार का झंब्बे वाला जो कम दाम पर बिकता है, जबकि दूसरा बूटिया अर्थात फाल्गुनी किस्म की फ्रांसबीन, जो बिना झंब्बे से उगाई जाती है, के दाम मार्किट में अच्छे मिलते हैं। प्रीतम ठाकुर के अनुसार फ्रांसबीन फसल सबसे कम अर्थात 60 दिन में तैयार हो जाती है जिसमें किसानों को ज्यादा मेहनत भी नहीं करनी पड़ती है।
ट्रांस्पोटर राजेन्द्र ठाकुर के अनुसार ढली में भी सबसे बढ़िया बीन 50 से 70 रूपये प्रति किलोग्राम बिक रही है। इसी प्रकार ट्रांस्पोटर प्रदीप ब्रागटा ने बताया कि सोलन सब्जी मंडी में प्रदेश के अन्य क्षेत्रों से फ्रांसबीन की भारी आमद आने से रेट में कुछ गिरावट आई है।
इनका कहना है कि फ्रांसबीन का रेट उसकी क्वालिटी पर निर्भर कर रहा है। इसके बावजूद भी किसानों को फ्रांसबीन के अच्छे दाम मिल रहे हैं ।