प्रारम्भिक शिक्षा की परीक्षाओं में प्रदेश के दिव्यांग विद्यार्थियों को अतिरिक्त समय मिलेगा। राज्य सरकार ने इसके लिए स्वीकृति दे दी है। इसके अलावा दिव्यांग विद्यार्थियों को परीक्षा के दौरान श्रुत लेखक भी मिलेगा, जिसकी व्यवस्था संबंधित संस्थान के द्वारा की जायेगी। जल्द ही इस संबंध में शासन स्तर से शासनादेश जारी किया जायेगा। विद्यायली शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने बताया कि राज्य सरकार प्रदेश के नौनिहालों को गुणवत्तापरक शिक्षा मुहैया कराने के लिए प्रयासरत है। इसी कड़ी में राज्य सरकार ने दिव्यांग विद्यार्थियों की समस्या पर गौर करते हुये उन्हें स्कूली परीक्षाओं में अतिरिक्त समय देने की स्वीकृति दे दी है।
डॉक्टर रावत ने बताया कि दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम-2016 में वर्णित विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को प्रारम्भिक शिक्षा की परीक्षा के दौरान प्रश्न पत्र हल करने के लिये प्रति घंटा 20 मिनट का अतिरिक्त समय दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि परीक्षा के दौरान दिव्यांग विद्यार्थी जिस श्रुत लेखक की मदद लेगा वह उस कक्षा से निचली कक्षा का विद्यार्थी होना आवश्यक है। इसके अलावा जरूरत पड़ने पर परीक्षा के दौरान दिव्यांग विद्यार्थियों को ब्रेलर, अबेकस, ज्योमेट्री और सांकेतिक भाषा की व्यवस्था भी संस्थान द्वारा कराई जायेगी। इसके अतिरिक्त, प्राथमिक शिक्षा के तहत तीसरी और चौथी कक्षा में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की मौखिक परीक्षा लेकर ही उनका परीक्षा परिणाम घोषित किया जायेगा।