प्रसार भारती कल से संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से आकाशवाणी संगीत सम्मेलन के 67वें संस्करण की शुरूआत करेगा। यह सम्मेलन देशभर में 24 केंद्रों पर इस महीने की 29 तारीख तक चलेगा। 
सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि आकाशवाणी संगीत सम्मेलन की शुरूआत 1954 में हुई थी और यह भारत की प्रख्यात सांस्कृतिक परंपरा का प्रतीक है। इसमें देशभर के श्रोताओं को हिन्दुस्तानी, कर्नाटक और लोक संगीत से रूबरू होने का मौका मिलता है। यह सम्मेलन भारत की समृद्ध संगीत परंपरा का संरक्षण करने और प्रोत्साहन देने तथा उसे लोकप्रिय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। 
प्रसार भारती के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गौरव द्विवेदी ने सम्मेलन की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि कोविड-19 महामारी के दौरान अंतराल के बाद यह महोत्सव नए स्वरूप में लौट रहा है। 2025 के संस्करण के दौरान प्रत्येक केंद्र पर दो कार्यक्रम होंगे। इनमें से एक भारतीय शास्त्रीय संगीत और दूसरा लोक संगीत को समर्पित होगा। पणजी और शिलांग में विशेष तौर पर पश्चिमी शास्त्रीय संगीत की प्रस्तुति होगी, जो भारत के संगीत की क्षेत्रीय विविधता को परिलक्षित करेगी। 
Site Admin | नवम्बर 1, 2025 10:29 अपराह्न
प्रसार भारती कल से आकाशवाणी संगीत सम्मेलन के 67वें संस्करण की शुरूआत करेगा