भारतीय इतिहास में मठ गहराई से जुड़ा है, लेकिन बदलते समय के साथ यह विकसित होता रहता है। यह भक्ति को सेवा से और परंपरा को भलाई से खूबसूरती से जोड़ता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गोवा में कहा कि यह पवित्र संस्था इस बात का जीता-जागता उदाहरण है कि कैसे आध्यात्मिकता समाज को स्थिरता, संतुलन और मजबूत मूल्य देती है। वह कानकोना के पास श्री संस्थान गोकर्ण पर्तगाली जीवोत्तम मठ के सारधा पंचशतामनोत्सव (पंचशत मनोत्सव) में भक्तों की जबरदस्त भीड़ को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने प्रभु श्री राम की ऐतिहासिक, 77 फुट ऊंची कांस्य प्रतिमा का आज अनावरण किया। भगवान राम को समर्पित नए रामायण थीम पार्क गार्डन और 10,000 वर्ग फुट के म्यूजियम का उद्घाटन किया गया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मठ ने हमलों और सामाजिक उथल-पुथल के मुश्किल दौर का सामना किया है, फिर भी मानवता और संस्कृति को बचाते हुए और मजबूत होकर उभरा है। हर स्तर पर, इसने लोगों की भलाई के लिए अपने संसाधनों का इस्तेमाल किया है। सेवा की भावना ही इसकी असली पहचान है। प्रधानमंत्री ने भक्तों से नौ संकल्प लेने को कहा। ये हैं- पानी बचाना, पौधे लगाना, साफ़-सफ़ाई, स्थानीय उत्पादों को सपोर्ट करना, देश को एक्सप्लोर करना, प्राकृतिक खेती, स्वस्थ रहना, योग और खेल, और गरीबों की सहायता करना।
प्रधानमंत्री ने गोवा की प्रति व्यक्ति आय ज़्यादा होने और पर्यटन और फ़ार्मास्यूटिकल सेक्टर में अहम योगदान के लिए भी तारीफ़ की, और इसे सस्टेनेबल डेवलपमेंट का एक मॉडल बताया।
प्रधानमंत्री ने विशेष डाक टिकट और स्मारक सिक्का भी जारी किया। 7 दिसंबर तक चलने वाले इस ऐतिहासिक महोत्सव में दुनिया भर से भक्त आए। इस अवसर पर गोवा के राज्यपाल पुष्पापति अशोक गजपति राजू और मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत भी मौजूद थे।
मठ सदियों में अपने सबसे बड़े विकास का साक्षी रहा है। 600 से ज़्यादा नए डिज़ाइन किए गए रेजिडेंशियल रूम, गेस्ट ब्लॉक, फ़ैमिली अकोमोडेशन और स्कॉलर स्पेस अब साल भर इस्तेमाल के लिए तैयार हैं। आर्किटेक्ट, इंजीनियर और कम्युनिटी लीडर्स के सुझाव से पूरी तरह से अपग्रेडेड रिवरफ़्रंट, बड़ा कैंपस लेआउट, और बेहतर फ़ैसिलिटीज़ बनाई गई हैं।
मठ ने बड़े पैमाने पर आध्यात्मिक काम भी शुरू किए हैं, जिसमें 550 करोड़ राम नाम जप शामिल हैं, जिससे हर साल हज़ारों भक्त आते हैं। 1475 में साउथ गोवा में स्थापित, गोकर्ण पार्टागली जीवोत्तम संस्थान की आध्यात्मिक जगह, पर्तगाली मठ, रिनोवेशन के ऐतिहासिक दौर में जा रहा है।