प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज सुबह गुजरात में अहमदाबाद के हंसलपुर में हाइब्रिड बैटरी इलेक्ट्रोड के स्थानीय उत्पादन का उद्घाटन करेंगे और 100 देशों को बैटरी इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्यात को हरी झंडी दिखाएंगे। इस अवसर पर श्री मोदी उपस्थित जनसमूह को भी संबोधित करेंगे।
इससे पहले कल प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि किसानों, पशुपालकों और छोटे उद्यमियों के हित राष्ट्र के लिए सर्वोपरि हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी दबाव में इन समूहों को कोई नुकसान नहीं होने दिया जाएगा। प्रधानमंत्री ने कल अहमदाबाद के खोडलधाम मैदान में पांच हजार चार सौ करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने के बाद एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए यह बात कही।
प्रधानमंत्री अहमदाबाद के हंसलपुर स्थित सुजुकी मोटर प्लांट में दो ऐतिहासिक उपलब्धियों का उद्घाटन करेंगे। ये ऐतिहासिक पहल, भारत के हरित गतिशीलता के एक वैश्विक केंद्र के रूप में उभरने का परिचायक है और साथ ही मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत के प्रति प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता को भी आगे बढ़ाती हैं।
श्री मोदी सुजुकी के पहले वैश्विक रणनीतिक बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन-बीईवी ई-विटारा का उद्घाटन और हरी झंडी दिखाएंगे। भारत में निर्मित इन बीईवी का निर्यात यूरोप और जापान जैसे उन्नत बाजारों सहित सौ से अधिक देशों में किया जाएगा। इस उपलब्धि के साथ, भारत अब सुजुकी के इलेक्ट्रिक वाहनों के वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में कार्य करेगा।
प्रधानमंत्री गुजरात में टीडीएस लिथियम-आयन बैटरी संयंत्र में हाइब्रिड बैटरी इलेक्ट्रोड के स्थानीय उत्पादन की शुरुआत के साथ भारत के बैटरी उत्पादन तंत्र के अगले चरण का भी उद्घाटन करेंगे। तोशिबा, डेंसो और सुजुकी का संयुक्त उद्यम यह संयंत्र घरेलू विनिर्माण और स्वच्छ ऊर्जा नवाचार को बढ़ावा देगा। यह विकास सुनिश्चित करता है कि अब अस्सी प्रतिशत से अधिक बैटरी का निर्माण भारत में ही किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने आश्वासन दिया कि सरकार समाज के हर वर्ग के लिए सम्मानजनक जीवन सुनिश्चित करने के लिए समर्पित है। उन्होंने कहा कि शहरी गरीबों का जीवन आसान बनाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
प्रधानमंत्री ने भारत की परिवर्तनकारी यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा कि देश आत्मनिर्भरता को आधार बनाकर विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि वर्ष 2047 तक भारत एक विकसित राष्ट्र बन जाएगा। उन्होंने नागरिकों से आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए मेड इन इंडिया उत्पादों को प्राथमिकता देने का आग्रह किया और निर्माताओं से उत्पाद की गुणवत्ता बढ़ाने की अपील की।