भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र पूर्ण परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दृष्टिकोण ‘एक्ट ईस्ट’ तक सीमित नहीं है, बल्कि वह इस क्षेत्र को ‘दक्षिण एशिया और पूर्वी एशिया का प्रवेश द्वार’ बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।
नागालैंड के चुमौकेदिमा में आज पीपुल्स डेमोक्रेटिक अलायंस के उम्मीदवार डॉ. चुम्बेन मुरी के समर्थन में एनडीए की एक रैली को संबोधित करते हुए श्री नड्डा ने कहा कि श्री मोदी ने राजनीति की संस्कृति, परिभाषा, और शैली को बदल दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन में पूर्वोत्तर ‘फूट डालो, और बांटो की समस्या से जूझ रहा था। लेकिन बीजेपी-एनडीपीपी शासन में पूर्वोत्तर को ‘डिवाइन मॉडल’ में बदल दिया गया है।
श्री नड्डा ने कहा कि पूर्वोत्तर में उग्रवाद की घटनाओं में 71 प्रतिशत की कमी आयी है, और 9 हजार 500 उग्रवादियों ने आत्मसमर्पण किया है। यहां 11 शांति समझौते हुए हैं, सुरक्षा बलों पर उग्रवादी हमलों में 60 प्रतिशत और नागालैंड और पूर्वोत्तर की आबादी पर उग्रवादी उग्रवादी हमलों में 82 प्रतिशत की कमी आयी है।
उन्होंने यह भी बताया कि 3 अगस्त, 2015 को नागा राजनीतिक समूहों और भारत सरकार के बीच फ्रेमवर्क समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे और 17 नवंबर, 2017 को सहमति की स्थिति और सुरक्षा पर चर्चा की गई थी। श्री नड्डा ने लोगों को आश्वासन दिया कि यदि नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनते हैं तो समझौते को आगे बढ़ाया जाएगा और हम सर्वांगीण शांति और विकास की दिशा में काम करेंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्रियों के समर्थन से विकास के हीरा मॉडल पर कार्य किया जा रहा है जिसमें राजमार्गों, इंटरनेट, रेलवे और वायुमार्ग का विकास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विपक्षी गठबंधन परिवारवादी पार्टियों का गठबंधन है उनके नेता या तो जेल में हैं या जमानत पर बाहर हैं।