जनवरी 10, 2025 9:18 अपराह्न

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प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने सरकारी योजनाओं के शत-प्रतिशत कार्यान्वयन की आवश्यकता पर बल दिया

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने सरकारी योजनाओं का शत प्रतिशत लाभ लोगों तक पहुंचाने की आवश्यकता पर बल दिया है। उन्‍होंने जोर देकर कहा कि सही सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता के लिए ऐसा करना अनिवार्य है। विकसित भारत के लक्ष्‍य को रेखांकित करते हुए उन्‍होंने कहा कि वे वर्ष 2047 तक पानी, शौचालय और बिजली सहित सभी समस्याओं का समाधान करना चाहते हैं। श्री मोदी ने यह विचार प्रमुख उद्यमी निखिल कामथ को दिए एक साक्षात्कार में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि वे जान-बूझकर कुछ भी गलत नहीं करना चाहेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि राजनीति में सफल होने के लिए व्यक्ति को समर्पण, प्रतिबद्धता, उत्‍कृष्‍ट टीम सदस्‍य और जनसेवा के प्रति हमेशा उपलब्ध रहना चाहिए। श्री मोदी ने कहा कि अच्छे लोगों को सिर्फ महत्वाकांक्षा के लिए नहीं, बल्कि एक मिशन के साथ राजनीति में आना चाहिए। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि बेहतर राजनीतिज्ञ को अच्‍छा वक्‍ता होना चाहिए। उन्होंने कहा कि नीति-निर्माण में शामिल व्यक्ति बड़े बदलाव ला सकता है, जो सरकारी व्यवस्था में होने का सबसे बड़ा लाभ है। 

 

आज के विश्‍व में सोशल मीडिया के महत्‍व को उजागर करते हुए श्री मोदी ने कहा कि यह लोकतंत्र और इसके सशक्तिकरण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण साधन है। प्रधानमंत्री ने कहा कि युवा विद्यार्थी अब सोशल मीडिया से जानकारी प्राप्‍त कर रहे हैं और विभिन्‍न मुद्दों में रुचि ले रहे हैं। वर्तमान चुनौतियों के बारे में पूछे गये सवाल का उत्तर देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि विश्‍व, भारत पर इसलिए भरोसा करता है कि उसका दृष्टिकोण निष्‍पक्ष है। श्री मोदी ने कहा कि मौजूदा वैश्विक संकट के दौरान भारत ने बार-बार यह कहा है कि वह शांति के पक्ष में है।

 

श्री मोदी ने कहा कि उनका यह मानना है कि जीवन के अनुभव, किसी भी व्‍यक्ति की जिंदगी को सार्थक बनाते हैं और उनका यह सौभाग्य है कि उन्‍होंने कभी आराम की जिंदगी को नहीं चुना। करीब दो घंटे के साक्षात्‍कार में प्रधानमंत्री ने अपनी जीवन यात्रा, शिक्षा, राजनीतिक करियर, प्रबंधन कौशल और अन्य पहलुओं पर चर्चा की।

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