दिसम्बर 3, 2025 5:53 अपराह्न

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प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा, प्राकृतिक खेती से विविधता को बढ़ावा

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने प्राकृतिक खेती के महत्‍व का उल्‍लेख करते हुए कहा है कि इससे विविधता को बढ़ावा मिलता है जहां पेड-पौधे और मवेशी सहअस्तित्‍व के साथ प्राकृतिक जैव विविधता को मजबूत करते हैं। सोशल मीडिया पर एक आलेख को साझा करते हुए श्री मोदी ने देशभर के लोगों का आह्वान किया कि प्राकृतिक कृषि पद्धितयों को अपनाये और आगे बढ़ायें। उन्‍होंने कहा कि प्राकृतिक खेती का आधार और भारत की परांपरागत ज्ञान प्रणाली तथा आधुनिक पर्यावासी सिद्धांत हैं जिनसे बिना सिंथेटिक रसायनों के फसल उगाई जा सकती है।

श्री मोदी ने कहा कि यह दृष्टिकोण बाहरी इनपुट पर निर्भर रहने के बजाय कृषि अवशेषों का रिसाईक्लिंग से मृदा स्वास्थ्य को बढ़ाने पर निर्भर करता है। श्री मोदी ने यह भी बताया कि दो सप्ताह पहले उन्होंने कोयंबटूर में प्राकृतिक खेती पर एक शिखर सम्मेलन में भाग लिया था, जिसने उनके मन पर अमिट छाप छोड़ी। उन्होंने कहा कि भारत ने इस क्षेत्र में सराहनीय प्रगति की है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष सरकार ने राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन शुरू किया, जिसने पहले ही लाखों किसानों को स्थायी पद्धितियों से जोड़ा है।

उन्होंने कहा कि निर्यात को प्रोत्साहित करने, पशुधन और मत्स्य पालन सहित किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से संस्थागत ऋण का उल्लेखनीय विस्तार करने और पीएम-किसान योजना जैसे सरकारी प्रयासों से भी प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों को लाभ हुआ है। श्री मोदी ने कहा कि प्राकृतिक खेती श्री अन्न या बाजरा को बढ़ावा देने के भारत के प्रयासों से निकटता से जुड़ी हुई है।