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अक्टूबर 14, 2025 9:40 अपराह्न

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भारत मंगोलिया के नागरिकों को नि:शुल्‍क ई-वीज़ा प्रदान करेगा

भारत और मंगोलिया ने आज नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मंगोलियाई राष्ट्रपति खुरेलसुख उखना के बीच द्विपक्षीय और प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई। इसके बाद दस समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए। ये समझौता ज्ञापन मानवीय सहायता, मंगोलिया में विरासत स्थलों के जीर्णोद्धार, आव्रजन, भूविज्ञान और खनिज संसाधनों में सहयोग, सहकारिता को बढ़ावा देने और डिजिटल समाधानों के आदान-प्रदान के लिए हैं।
इस अवसर पर, दोनों नेताओं ने भारत और मंगोलिया के द्विपक्षीय संबंधों की 70वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में संयुक्त रूप से स्मारक डाक टिकट जारी किए।

नई दिल्ली में एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत ने मंगोलियाई नागरिकों को मुफ्त ई-वीज़ा प्रदान करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि भारत मंगोलिया के युवा सांस्कृतिक राजदूतों की वार्षिक भारत यात्रा को भी प्रायोजित करेगा। श्री मोदी ने कहा कि भारत और मंगोलिया के बीच संबंध केवल कूटनीतिक ही नहीं हैं, बल्कि दोनों देशों के बीच एक आत्मीय और आध्यात्मिक बंधन भी हैं। उन्होंने कहा कि नालंदा विश्वविद्यालय ने मंगोलिया में बौद्ध धर्म के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। श्री मोदी ने कहा कि भारत और मंगोलिया ने नालंदा और गंडन मठ को जोड़कर इस ऐतिहासिक संबंध में नई ऊर्जा लाने का निर्णय लिया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि वैश्विक मुद्दों पर भारत और मंगोलिया का दृष्टिकोण साझा मूल्यों पर आधारित है। उन्होंने कहा कि दोनों देश अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर घनिष्ठ साझेदार के रूप में खड़े हैं और एक स्वतंत्र, खुले, समावेशी और नियम-आधारित हिंद-प्रशांत क्षेत्र का समर्थन करते हैं। साथ मिलकर, दोनों वैश्विक दक्षिण की आवाज़ को बुलंद करने के लिए भी काम कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत मंगोलिया के विकास में एक दृढ़ और विश्वसनीय साझेदार रहा है। उन्होंने कहा कि भारत की 1.7 बिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता से निर्मित तेल रिफाइनरी परियोजना, मंगोलिया की ऊर्जा सुरक्षा को एक नया बल प्रदान करेगी।

इस अवसर पर, मंगोलियाई राष्ट्रपति खुरेलसुख उखना ने तेल रिफाइनरी परियोजना में सर्वांगीण समर्थन के लिए भारत और प्रधानमंत्री मोदी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि डिजिटल सहयोग पर समझौता ज्ञापन भी भारत और मंगोलिया के बीच एक ऐतिहासिक समझौता है। श्री उखना ने कहा कि एक मंगोलियाई एयरलाइन इस साल के अंत में अमृतसर और नई दिल्ली के लिए चार्टर उड़ानें संचालित करने की तैयारी कर रही है। इससे पर्यटन और व्यावसायिक क्षेत्रों सहित द्विपक्षीय संबंधों और सहयोग के विस्तार में महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा।

इस सम्‍बन्‍ध में और जानकारी देते हुए, विदेश मंत्रालय में सचिव (पूर्व) पी. कुमारन ने कहा कि दोनों नेताओं ने रणनीतिक साझेदारी को मज़बूत करने पर एक संयुक्त वक्तव्य जारी किया। इसमें लचीली आपूर्ति श्रृंखलाओं और महत्वपूर्ण खनिजों सहित भविष्य के सहयोग के लिए एक साझा दृष्टिकोण प्रस्तुत किया गया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति खुरेलसुख की यात्रा से प्रतीकात्मक और व्यावहारिक दोनों ही तरह के ठोस परिणाम सामने आए हैं। श्री कुमारन ने कहा कि इसने भारत और मंगोलिया के बीच गहरी मित्रता की पुष्टि की है, रणनीतिक साझेदारी को मज़बूत किया है और आने वाले वर्षों में विभिन्न क्षेत्रों में घनिष्ठ सहयोग की मज़बूत नींव रखी है।

मंगोलिया के राष्ट्रपति कल चार दिवसीय भारत यात्रा पर नई दिल्ली पहुँचे। इससे पहले सुबह, मंगोलियाई राष्ट्रपति ने राजघाट जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। मंगोलियाई राष्ट्रपति आज राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात करेंगे और राष्ट्रपति मुर्मु उनके सम्मान में भोज का आयोजन करेंगे। मंगोलिया के राष्ट्रपति के साथ एक उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आया है जिसमें कैबिनेट मंत्री, सांसद, वरिष्ठ अधिकारी, व्यापारिक नेता और सांस्कृतिक प्रतिनिधि शामिल हैं। राष्ट्रपति के रूप में यह राष्ट्रपति खुरेलसुख की पहली भारत यात्रा है।