अप्रैल 6, 2025 1:58 अपराह्न

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प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी की तीन दिवसीय श्रीलंका यात्रा आज संपन्‍न हुई

 
प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी की तीन दिवसीय श्रीलंका यात्रा आज संपन्‍न हो गई। उनकी इस यात्रा ने दोनों पड़ोसी देशों के बीच दीर्घकालिक संबंधों में एक नया अध्याय जोड़ा है। यात्रा के अंतिम दिन प्रधानमंत्री ऐतिहासिक शहर अनुराधापुरा पहुंचे और श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके के साथ  संयुक्त रूप से महो-ओमानथाई रेलवे लाइन का उद्घाटन किया। दोनों नेताओं ने महो-अनुराधापुरा खंड पर एक नई सिग्नलिंग और दूरसंचार प्रणाली परियोजना का शुभारंभ भी किया। यह परियोजना भारत के सहयोग से विकसित की गई है । 
 
 
 
दोनों नेताओं ने अनुराधापुरा में पवित्र जय श्री महा बोधि मंदिर में प्रार्थना की। एशिया में यह बौद्ध धर्म के अनुयायियों का प्रसिद्ध धार्मिक स्‍थल है और दोनों देशों के गहरे आध्यात्मिक और सांस्‍कृतिक संबंधों का प्रतीक भी है। 
 
 
 
बाद में श्री मोदी और श्री दिसानायके के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई। इस अवसर पर दोनों नेताओं ने  भारतीय मछुआरों की रिहाई के मुद्दे पर चर्चा की। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि इसके बाद श्रीलंका सरकार ने 11 भारतीय मछुआरों को रिहा कर दिया। 
 
 
 
द्विपक्षीय वार्ता के दौरान भारत और श्रीलंका ने ऊर्जा, आवास, डिजिटल बुनियादी ढांचे और सांस्कृतिक आदान-प्रदान जैसे क्षेत्रों में सहयोग की घोषणाएँ कीं। इनमें भारत की ओर से श्रीलंका के सामपुर पावर प्रोजेक्ट के लिए एनटीपीसी और सीलोन इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड की संयुक्‍त पहल शामिल है जिसका उद्देश्य श्रीलंका के ऊर्जा ग्रिड को मजबूत करना है।
 
 
 
इसके अलावा श्रीलंका में विकास कार्यों के लिए भारत की ओर से 100 मिलियन डॉलर के ऋण को अनुदान में बदलने और पूर्वी प्रांत के लिए 2 अरब 40 करोड श्रीलंकाई रुपये के पैकेज की भी घोषणा की गई। इस अवसर पर श्री मोदी ने श्रीलंका की विशिष्ट डिजिटल पहचान परियोजना के लिए भारत के सहयोग की भी पुष्टि की और श्रीलंका के तमिल समुदाय के लिए न्यायपूर्ण और सम्मानजनक जीवन के लिए भारत के समर्थन को दोहराया।
 
 
 
इस संदर्भ में उन्होंने तमिल नेताओं से मुलाकात की और दिवंगत आर. संपतन और मावई सेनाथिराजा को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके अलावा, प्रधानमंत्री ने भारतीय आवास परियोजना को भारत के निरंतर समर्थन का भी उल्लेख किया जिसके तहत जल्द ही ग्रामीण क्षेत्रों में दस हजार घरों का निर्माण किया जाएगा।
 
 
 
प्रधानमंत्री की यह यात्रा भारत की पड़ोसी प्रथम नीति के प्रति अटूट प्रतिबद्धता और समुद्री सहयोग तथा क्षेत्रीय एकीकरण के लिए उसके व्यापक महासागर दृष्टिकोण का प्रतीक रही। गहन विकास साझेदारी, संपर्क को बढावा  और लोगों के बीच सीधे संबंधों को गति देकर, इस यात्रा ने भारत के लिए श्रीलंका के महत्‍व को फिर से स्‍वीकार किया है।
 
 
 
 
इसके साथ ही इस यात्रा ने हिंद महासागर क्षेत्र में एक विश्वसनीय और उत्तरदायी भागीदार के रूप में भारत की भूमिका को भी रेखांकित किया है। राष्ट्रपति दिसानायके ने प्रधानमंत्री मोदी को मित्र विभूषण से सम्मानित किया। यह श्रीलंका के सर्वोच्‍च नागरिक सम्‍मानों में से एक है।
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