प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी और फ्रांस के राष्‍ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने द्विपक्षीय सम्‍बंधो में प्रगति की समीक्षा की

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी और फ्रांस के राष्‍ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने जी-20 शिखर बैठक से इतर आज द्विपक्षीय सम्‍बंधो में प्रगति का आकलन और समीक्षा की। उन्‍होंने महत्‍वपूर्ण अंतर्राष्‍ट्रीय और क्षेत्रीय घटनाक्रम पर विचारों का आदान-प्रदान भी किया। द्विपक्षीय बैठक के बाद जारी एक संयुक्‍त वक्‍तव्‍य के अनुसार दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय और वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए सहयोग बढाने की आवश्‍यकता पर बल दिया। दोनों नेताओं ने उथल-पुथल के इस दौर में वैश्विक व्‍यवस्‍था को नया रूप देने के लिए वसुधैव कुटुम्‍बकम् का संदेश आगे बढाते हुए सामूहिक रूप से अच्‍छाई की ताकत के तौर पर काम करने के प्रति अपनी अटूट वचनबद्धता दोहराई। राष्‍ट्रपति मैक्रों ने चन्‍द्रयान अभियान की सफलता पर प्रधानमंत्री मोदी को बधाई दी।

दोनों नेताओं ने अत्‍याधुनिक रक्षा प्रौद्योगिकियों और प्‍लेटफॉर्मो के डिजाइन, विकास, परीक्षण और निर्माण में भागीदारी के माध्‍यम से रक्षा सहयोग को और मजबूत करने तथा भारत में उत्‍पादन बढ़ाने के प्रति अपनी वचनबद्धता दोहराई। उन्‍होंने रक्षा औद्योगिक रूपरेखा को शीघ्र अंतिम रूप दिए जाने का भी आह्वान किया। दोनों नेताओं ने रक्षा, अंतरिक्ष, परमाणु ऊर्जा, डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे, महत्‍वपूर्ण प्रौद्योगिकी, जलवायु परिवर्तन, शिक्षा और लोगों के बीच आपसी सम्‍पर्क के क्षेत्रों में सहयोग से जुड़े नए और महत्‍वाकांक्षी लक्ष्‍यों के कार्यान्‍वयन के बारे में हुई प्रगति तथा भावी कदमों के बारे विचार-विमर्श किया। उन्‍होंने भारत-प्रशांत क्षेत्र और अफ्रीका में भारत-फ्रांस भागीदारी के बारे में भी आगे चर्चा की। दोनों नेताओं ने भारत-फ्रांस अंतरिक्ष सहयोग के छ: दशकों का स्‍मरण किया और इस वर्ष जून में हुए पहले सामरिक अंतरिक्ष संवाद के बाद से हुई प्रगति की समीक्षा की।