प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महाराष्ट्र के पालघर जिले में वाढवण बंदरगाह की आधारशिला रखी। उन्होंने विभिन्न मत्स्य पालन परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया। श्री मोदी ने मछुआरों को ट्रांसपोंडर और किसान क्रेडिट कार्ड वितरित किए। प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले दशक में भारत के तटों का अभूतपूर्व विकास हुआ है। उन्होंने कहा कि सरकार ने बंदरगाहों के आधुनिकीकरण और जलमार्गों के विकास के लिए करोड़ों रुपये निवेश किये हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस क्षेत्र में निजी निवेश भी बढ़ा है, जिससे युवाओं को नए अवसर मिले हैं। श्री मोदी ने कहा कि आज पूरी दुनिया की नजर वाढवण बंदरगाह पर है, जो इस पूरे क्षेत्र की आर्थिक तस्वीर बदल देगा। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि आज भारत की प्रगति की यात्रा में एक ऐतिहासिक दिन है और एक विकसित महाराष्ट्र एक विकसित भारत के संकल्प का एक अनिवार्य हिस्सा है। पिछले सप्ताह सिंधुदुर्ग में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने की घटना पर प्रधानमंत्री ने खेद प्रकट किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार और महाराष्ट्र की महायुति सरकार, महाराष्ट्र को नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि वाढवण बंदरगाह हजारों कंटेनरों और मालवाहक जहाजों के रखरखाव का प्रबंध करेगा।
इस परियोजना की लागत 76 हजार करोड़ रुपये है। इसका उद्देश्य एक विश्व स्तरीय समुद्री प्रवेश द्वार स्थापित करना है। यह बड़े कंटेनर जहाजों की आपूर्ति के साथ बहुत बडे मालवाहक जहाजों को समायोजित कर देश के व्यापार और आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा। पालघर जिले के दहानू शहर के पास स्थित वाढवण बंदरगाह भारत के सबसे बड़े गहरे पानी के बंदरगाहों में से एक होगा। यह पारगमन समय और लागत को कम करते हुए अंतरराष्ट्रीय पोत परिवहन मार्गों के साथ सीधा संपर्क प्रदान करेगा। प्रधानमंत्री ने लगभग एक हजार 560 करोड़ रुपये की 218 मत्स्य पालन परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया। इसका उद्देश्य पूरे देश में क्षेत्र के बुनियादी ढांचे और उत्पादकता को बढ़ावा देना है।
प्रधानमंत्री ने देश भर में मत्स्य पालन क्षेत्र के बुनियादी ढांचे और उत्पादकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 218 मत्स्य पालन परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया।