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सितम्बर 4, 2025 2:30 अपराह्न

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग के साथ वार्ता की, भारत और सिंगापुर के बीच पांच समझौतों पर हुए हस्ताक्षर

 
 
भारत और सिंगापुर ने आज नागरिक उड्डयन, अंतरिक्ष, कौशल विकास, डिजिटल परिसंपत्ति नवाचार और हरित और डिजिटल शिपिंग कॉरिडोर पर पांच समझौतों पर हस्ताक्षर किए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग के बीच आज नई दिल्ली में हुई वार्ता के बाद इन समझौतों का आदान-प्रदान किया गया।
 
 
अपने प्रेस वक्तव्य में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दोनों देश आसियान के साथ सहयोग, हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए संयुक्त दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए मिलकर काम करना जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि सिंगापुर दक्षिण-पूर्व एशिया में भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है और यह एक्ट ईस्ट पॉलिसी का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। श्री मोदी ने कहा कि प्रौद्योगिकी और नवाचार साझेदारी के मजबूत स्तंभ हैं और दोनों पक्षों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्वांटम और अन्य डिजिटल प्रौद्योगिकियों में सहयोग बढ़ाने का निर्णय लिया है।
 
 
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हरित शिपिंग, कौशल विकास, असैन्य परमाणु ऊर्जा और शहरी जल प्रबंधन जैसे क्षेत्र सहयोग का केंद्र बिंदु बनेंगे। उन्होंने कहा कि आपसी व्यापार को गति देने के लिए, दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते और आसियान मुक्त व्यापार समझौते की समयबद्ध समीक्षा करने का निर्णय लिया है।
 
 
श्री मोदी ने कहा कि आतंकवाद को लेकर दोनों देशों की समान चिंताएं हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देशों का मानना है कि एकजुट होकर आतंकवाद के विरूद्ध लड़ना सभी मानवतावादी देशों का कर्तव्य है। श्री मोदी ने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद, भारत के लोगों के प्रति उनकी सहानुभूति और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में उनके समर्थन के लिए प्रधानमंत्री वोंग और सिंगापुर सरकार का आभार व्यक्त किया।
 
 
सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग ने कहा कि भारत और सिंगापुर अंतरिक्ष जैसे अग्रणी क्षेत्रों में सहयोग का विस्तार करेंगे। उन्होंने कहा कि भारत द्वारा सिंगापुर में निर्मित 20 से अधिक उपग्रहों का प्रक्षेपण किया गया है। श्री वोंग ने बताया कि अंतरिक्ष क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए हुए समझौता ज्ञापन के माध्यम से दोनों पक्ष इस साझेदारी को व्यापक बनाएंगे। दोनों देश घनिष्ठ नागरिक सेवा सहयोग सहित आदान-प्रदान बढ़ाने पर सहमत हुए हैं।
 
 
इससे पहले विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने आज नई दिल्ली में सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग से मुलाकात की। डॉ. जयशंकर ने भारत-सिंगापुर संबंधों को मज़बूत करने के लिए उनके निरंतर प्रोत्साहन की सराहना की। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि प्रधानमंत्री मोदी और सिंगापुर के प्रधानमंत्री के बीच वार्ता दोनों देशों के बीच समकालीन संबंधों के लिए एक रोडमैप तैयार करेगी।
 
 
प्रधानमंत्री वोंग की यह यात्रा भारत-सिंगापुर राजनयिक संबंधों की 60वीं वर्षगांठ के अवसर पर हो रही है और इस साझेदारी को और मज़बूत करने के लिए दोनों देशों की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। यह यात्रा दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों को आपसी हित के क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर बातचीत करने का अवसर भी प्रदान करती है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि सिंगापुर भारत के लिए एक महत्वपूर्ण साझेदार है, जिसमें ‘एक्ट ईस्ट’ पॉलिसी भी शामिल है, और पिछले वर्ष सितंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सिंगापुर यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को एक व्यापक रणनीतिक साझेदारी तक पहुंचाया गया था।