प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर देशभर में ‘एक पौधा माँ के नाम’ पर अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी उपलक्ष्य पर ठाकुर रामसिंह इतिहास शोध संस्थान नेरी हमीरपुर में रविवार को युवा शोध छात्रों द्वारा पौधारोपण किया गया। जिसमे नीम, आंवला, आम, गलगल, नींबू, कटहल इत्यादि किस्म के पौधे लगाए गए। शोध संस्थान के निदेशक डॉ. चेतराम गर्ग ने बताया कि हर वर्ष अनेक सामाजिक संस्थाओं द्वारा शोध संस्थान में पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया जाता है।
इस बार पौधारोपण कार्यक्रम शोध संस्थान में ‘हिमाचल प्रदेश का बृहद इतिहास’ शोध परियोजना में कार्यरत शोध संकाय सदस्यों द्वारा किया गया। शोध संस्थान गत 22 वर्षों से शोध कार्य के साथ-साथ अनेक समाज व पर्यावरण हितैषी गतिविधियों का आयोजन करता आ रहा है। पेड़ हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा हैं। यह प्रकृति को स्वच्छ व स्वस्थ रखते हैं। अधिक से अधिक पेड़ लगाकर वनों को बचाया जा सकता है। पेड़ों से हमे न केवल स्वच्छ हवा मिलती है अपितु प्राकृतिक आपदाओं से भी यह हमरी रक्षा करते हैं।
यह बरसात में मौसम में होने वाले मृदा अपरदन को रोकने का काम करते हैं। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को वर्ष में कम से कम एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए। पौधारोपण कार्यक्रम में डॉ. नीलम, ऋषि भारद्वाज, केहर सिंह, लकेश चौहान, रवि ठाकुर, रोहित माण्डव, निशा, बलबीर ठाकुर इत्यादि उपस्थित रहे।