प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद दोनों सदनों में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का आज राज्यसभा में जवाब दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि संविधान केवल अनुच्छेदों का संकलन नहीं है, बल्कि इसकी भावना और शब्द सरकार के लिए मूल्यवान हैं। श्री मोदी ने कहा कि संविधान, सरकार को दिशा दिखाने वाला प्रकाश स्तम्भ है।
उन्होंने संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर राज्यसभा में जवाब देते हुए यह बात कही।
एनडीए सरकार के तीसरे कार्यकाल के दौरान सरकार के दृष्टिकोण पर प्रधानमंत्री ने कहा कि गरीबी के खिलाफ लड़ाई, सरकार का प्रमुख एजेंडा होगा। उन्होंने कहा कि सरकार अपने तीसरे कार्यकाल में देश को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
आने वाले 5 साल मूल सुविधाओं के सैचुरेशन के एक गरिमा पूर्ण जीवन जीने के लिए जिस प्रकार के गवर्नेंस की आवश्यकताएं होती है। हम इन मूलभूत सुविधाओं के सैचुरेशन का युग के रूप में उसको परिवर्तित करना चाहते। दुनिया की तीसरे नंबर की इकोनॉमी बनेंगे तब सकारात्मक प्रभाव तो होगा लेकिन वैश्विक परिवेश में अभूतपूर्व प्रभाव पैदा होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि लोगों ने इस सरकार के पिछले दस वर्षों के दौरान किए गए कार्यों का समर्थन किया और सरकार को उसके प्रदर्शन के आधार पर चुना है। उन्होंने कहा कि छह दशक बाद ऐसा हुआ कि लोगों ने किसी सरकार को लगातार तीसरी बार चुना है।
राज्यसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गई है। दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के बाद, सभापति जगदीप धनखड़ ने इसकी घोषणा की।