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जून 25, 2024 8:27 अपराह्न

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 1975 में आपातकाल का विरोध करने वाले सभी लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 1975 में आपातकाल का विरोध करने वाले सभी लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की है। एक सोशल मीडिया पोस्ट में श्री मोदी ने कहा कि यह दिन याद दिलाता है कि कैसे कांग्रेस पार्टी ने बुनियादी स्वतंत्रता को नष्ट कर दिया और देश के संविधान को कुचल दिया।

 

उन्होंने कहा कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने सभी लोकतांत्रिक सिद्धांतों की अवहेलना की और देश को जेल बना दिया। उन्होंने कहा कि ये वही लोग हैं, जिन्होंने अनेक मौकों पर अनुच्छेद-तीन सौ छप्पन लगाया, प्रेस की स्वतंत्रता को नष्ट करने के लिए विधेयक लाए, संघवाद को नष्ट किया और संविधान के हर पहलू का उल्लंघन किया।

इस बीच, भारतीय जनता पार्टी ने छत्तीसगढ़ में भी आज आपातकाल काला दिवस मनाया। इस अवसर पर विभिन्न जिला मुख्यालयों में कार्यक्रम आयोजित किए गए और मीसाबंदियों का सम्मान किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने नई दिल्ली में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि उन्नीस सौ पचहत्तर में लगाया गया आपातकाल स्वतंत्र भारत के इतिहास में सबसे अलोकतांत्रिक काल था। उन्होंने कहा कि हमें लोकतंत्र विरोधी तत्वों के खतरे के प्रति सावधान रहने की जरूरत है।

वहीं, प्रदेश के उपमुख्यमंत्री अरूण साव ने कहा कि पच्चीस जून उन्नीस सौ पचहत्तर को देश पर आपातकाल थोपकर न केवल लोकतंत्र की हत्या की गई थी, बल्कि भारतीय संविधान का भी माखौल बनाया गया था।

जांजगीर में आयोजित कार्यक्रम में बिल्हा विधायक और विधानसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक शामिल हुए। इस अवसर पर सत्रह मीसाबंदियों का सम्मान किया गया। इस मौके पर श्री कौशिक ने कहा कि प्रदेश में फिर से भाजपा सरकार बनने पर मीसाबंदियों की पेंशन को पुनः शुरू किया जा रहा है और रूकी हुई पेंशन को एकमुश्त दिया जाएगा।