प्रदेश में 17 जिलों के 15 सौ से ज्यादा गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। इसके अलावा बरेली, पीलीभीत और शाहजहांपुर के शहरी इलाके भी बाढ़ से ग्रस्त हैं। बारिश और बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण पीलीभीत, लखीमपुर, कुशीनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, गोंडा, सीतापुर, हरदोई, अयोध्या, बहराइच, गोरखपुर, बदायूं, देवरिया, उन्नाव, फर्रूखाबाद, बरेली और बाराबंकी जिलों के कई गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। बाढ़ की चपेट में 14 लाख से अधिक लोग आये हैं, जिनमें से पांच लाख से अधिक लोगों की फसलें, घर और सामान समेत अन्य संपत्ति नष्ट हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि पीड़ितों को 24 घंटे के अंदर आर्थिक मदद मिलनी चाहिए।
उधर, वाराणसी में गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए अगले आदेश तक गंगा में छोटी नावों के संचालन पर रोक लगा दी गई है। गोरखपुर में बाढ़ प्रभावित 48 गांवों में 91 नाव सहायता के लिये लगाई गईं है। पीलीभीत में साढ़े सात हजार से अधिक बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री बांटी गई। हरदोई में 133 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। यहां 48 बाढ़ चौकियां और 105 शरणालय बनाये गये हैं। शाहजहांपुर में राज्यमंत्री नरेन्द्र कश्यप ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। राशन संबंधित शिकायत मिलने पर एसडीएम सदर को तत्काल राशन बंटवाने के निर्देश दिये।