प्रदेश में सूखे की स्थिति के मद्देनज़र लोगों को पेयजल के साथ-साथ कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। राजधानी शिमला सहित प्रदेश के अनेक स्थानों पर लोगों को चार-पांच दिन बाद भी पीने का पानी नहीं मिल रहा है।
राज्य के विभिन्न हिस्सों में प्राकृतिक जलस्रोतों में पेयजल की कमी, पेयजल आपूर्ति, पेयजल वितरण व योजनाओं को हुए नुकसान की शिकायतें भी मिल रही हैं। इस स्थिति से निपटने के लिए राज्य सरकार ने हालात सामान्य होने तक जल शक्ति विभाग के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों की छुट्टियों पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है।
इस बीच पेयजल संकट की स्थिति को देखते हुए नगर निगम शिमला ने शिमला शहर में निर्माण कार्यों पर 30 जून तक पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है।