प्रदेश में कल इगास बग्वाल का त्योहार मनाया जाएगा। इस अवसर पर प्रदेश में सार्वजनिक अवकाश रहेगा। इगास, दीपावली के 11वें दिन एकादशी को मनाया जाता है। इस अवसर पर घरों में दीये जलाए जाते हैं और तरह-तरह के पकवान बनाए जाते हैं।
कुमाऊं क्षेत्र में इसे बूढ़ी दीपावली के रूप में मनाया जाता है। इस पर्व पर रात में स्थानीय देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना के बाद ढोल दमाऊं के साथ लोक नृत्य किया जाता है और भैलो खेला जाता है।
हरिद्वार के रुड़की में आयोजित रामलीला मंचन में प्रतिभाग करने पहुंची संस्कृति साहित्य एवं कला परिषद की उपाध्यक्ष मधु भट्ट ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्र में इगास-बग्वाल मनाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। वहीं, हरिद्वार जिले के हरकी पैड़ी में आज शाम भव्य गंगा दीपोत्सव का आयोजन किया गया।
इस दौरान गंगा घाट पर तीन लाख से अधिक दीये जलाये गये। साथ ही भव्य और आकर्षक ड्रोन शो का प्रदर्शन किया गया।