प्रदेश में अब तक सामान्य से 35 प्रतिशत कम बारिश हुयी है। मॉनसून के कमजोर पड़ने के कारण पिछले पंद्रह दिनों से राज्य में बारिश की गतिविधियों में कमी आई है। इसका सीधा असर धान सहित अन्य खरीफ फसलों की खेती पर हुआ है।
हमारे संवाददाताओं ने बताया कि कई जिलों में सुखाड़ की स्थिति बन रही है। किसान बोरिंग के माध्यम से सिंचाई कर खेती में जुटे हैं। इस बीच, मौसम विज्ञान केन्द्र, पटना की वैज्ञानिक ने बताया कि राज्य में अभी भी मॉनसून के सक्रिय होने की अनुकूल स्थितियां नहीं बनी है।
अगले तीन दिनों के दौरान स्थानीय कारकों के प्रभाव से राज्य के दक्षिण-मध्य, दक्षिण-पश्चिम और उत्तर-पश्चिम भागों में कई स्थानों पर मेघ गर्जन और वज्रपात के साथ हल्की बारिश हो सकती है।