प्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में अब हिंदी में भी पढ़ाई होगी। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में मेडिकल पाठ्यक्रम एमबीबीएस की पढ़ाई हिंदी माध्यम से कराने की व्यवस्था प्रभावी कर दी है।
श्री पांडेय ने बताया कि छात्रों के सामने विकल्प होगा कि वे अपनी इच्छा अनुसार हिंदी या अंग्रेजी में पढ़ाई कर सकते हैं। स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग नई दिल्ली के निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुरुप नीट- यूजी परीक्षा दो हजार चौबीस में उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं के लिए इसी सत्र से हिन्दी में एमबीबीएस पाठ्यक्रम राज्य में लागू होगा।
श्री पांडेय ने कहा कि मध्य प्रदेश के बाद बिहार देश का दूसरा राज्य बन गया है, जहां मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के छात्रों को हिंदी में भी पढ़ाई करने का विकल्प रहेगा। उन्होंने कहा कि ‘‘लोकली रिलेवेंट एंड ग्लोबली कॉम्पीटेंट’’ डॉक्टर्स बनाने में यह मॉडल काफी लाभदायक होगा।