प्रदेश के विभिन्न जिलों में पहला राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालयों में गोष्ठी और व्याख्यान के माध्यम से युवा पीढ़ी को अंतरिक्ष के बारे में जानकारी दी गयी। पिछले वर्ष इसी तिथि को चंद्रयान-3 मिशन के विक्रम लैंडर ने चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग की थी। उधर राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के अवसर पर अपने बधाई संदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज ही के दिन वर्ष भर पहले देश के महान वैज्ञानिकों ने अपनी अनूठी प्रतिभा, असाधारण कौशल और अथक परिश्रम से चन्द्रमा पर सफलता पूर्वक चन्द्रयान तीन की साफ्ट लैंंडिंग कराकर अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान रचा। राष्ट्र की इस अभूतपूर्व उपलब्धि के सम्मान में 23 अगस्त को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाने का निर्यण लिया गया था, जो देशवासियों विशेषकर युवाओं को विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में निरंतर प्रेरित कर रहा है।
आज ही के दिन वर्ष भर पहले देश के महान वैज्ञानिकों ने अपनी अनूठी प्रतिभा, असाधारण कौशल और अथक परिश्रम से चंद्रमा पर सफलतापूर्वक ‘चंद्रयान-3’ की सॉफ्ट लैंडिंग कराकर अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में एक नया और ऐतिहासिक कीर्तिमान रचते हुए माँ भारती को गौरवान्वित किया था।
राष्ट्र की… pic.twitter.com/t4f6WqNLLU
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) August 23, 2024
उत्तर प्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद ने विज्ञान भवन में छात्रों के लिए क्विज़, पेंटिंग और भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया। इस मौके पर इसरो के वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष दिवस पर व्याख्यान भी दिए। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के निदेशक डॉ. डी. के. श्रीवास्तव ने बताया कि यह दिन छात्रों में अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी में रुचि पैदा करने और उन्हें रोल मॉडल प्रदान करने के लिए समर्पित है।