प्रदेश के लोगों के जीवन को स्वथ्य और बेहतर बनाने में स्वस्थ भारत मिशन की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। इस मिशन की सफलता के लिए आधुनिक चिकित्सा पद्धति के साथ साथ परंपरागत चिकित्सा पद्धति को भी आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। कोरोना संकटकाल में परंपरागत चिकित्सा पद्धति ने समाज में अपनी उपयोगिता सिद्ध की हैं। उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा एवं आयुष मंत्री इन्दर सिंह परमार ने कल भोपाल में राष्ट्रीय होम्योपैथी आयोग द्वारा “आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन की स्वास्थ्य सेवा व्यवसायी पंजीयिका“ विषय पर आयोजित कार्यशाला में कही।
उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का उद्देश्य देश के प्रत्येक नागरिक को एक व्यापक डिजिटल स्वास्थ्य बुनियादी ढांचा प्रदान करना, स्वास्थ्य सेवा सस्ती-सुलभ करना और नागरिकों के डिजिटल स्वास्थ्य रिकॉर्ड की सुविधा उपलब्ध कराना है। इस अवसर पर विधायक भगवानदास सबनानी ने कहा कि सभी चिकित्सा पद्धतियों की अपनी उपयोगिता है, लेकिन इनके प्रभाव एवं कुप्रभाव पर चर्चा के लिए कार्यशालाओं का आयोजन आवश्यक है।
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के माध्यम से सभी चिकित्सा पद्धतियों को एक साथ लाने का कार्य सराहनीय है।