केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के कल नई दिल्ली में एनपीएस-वात्सल्य योजना का शुभारम्भ करने के बाद प्रदेश के छः जिलों सहित 75 स्थानों पर इस योजना की शुरूआत की गयी। प्रदेश की राजधानी लखनऊ सहित अयोध्या, सहारनपुर, लखीमपुर खीरी, देवरिया और संभल में आयोजित कार्यक्रम में बच्चों को इस योजना से जोड़ा गया।
इस मौके पर लखनऊ में बैंक ऑफ इंडिया के महाप्रबंधक अमरेन्द्र कुमार ने पांच बच्चों को प्रैन कार्ड दिये। अयोध्या के जवाहर नवोदय विद्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम में प्रैन कार्ड हासिल करने वाले बच्चे के अभिभावक हिमांशु ने कहा कि इस योजना से बच्चों का भविष्य सुरक्षित होगा।
ये स्कीम 18 साल के बाद ही शुरू होती है, तब तक ये लाॅगइन रहता है उसके भविष्य के लिये 18 साल तक हम इसमें जमा करेंगे। इसके बाद इस स्कीम की सबसे अच्छी चीज यह है कि 18 साल तक हम इसको विड्रो कर सकते है या इसको हम उसकी जरूरत के हिसाब से उसके आगे जो नॉर्मल हमारा एनपीएस जैसे जितनी भी सरकारी संस्था के लोगों को एनपीएस मिलता है उसमें हम उसको कन्वर्ट भी करा सकते है।
सहारनपुर में पंजाब नेशनल बैंक के तत्वावधान में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में बच्चों को नुक्कड़ नाटक के माध्यम से योजना के बारे में जानकारी दी गई। एनपीएस वात्सल्य योजना में माता-पिता बच्चे के नाम पर सालाना एक हजार रुपये से निवेश शुरू कर सकते हैं। यह नई पहल बच्चों के वित्तीय भविष्य को सुरक्षित करने के लिए शुरू की गई है, जो भारत की पेंशन प्रणाली में एक महत्वपूर्ण कदम है।